ट्रस्टियों के कार्य

Works of trustees

ट्रस्ट का सञ्चालन ट्रस्टियों के बोर्ड द्वारा होगा |

श्री abcd इस ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी होंगे | उनका कार्यकाल आजीवन होगा | उनकी मृत्यु के पश्चात मैनेजिंग ट्रस्टी बनाने के नियम इस ट्रस्ट डीड में अन्यत्र वर्णित हैं |

मैनेजिंग ट्रस्टी के अतिरिक्त अन्य ट्रस्टीओं का कार्यकाल भी आजीवन होगा | उनके अपने पद छोड़ने के व उन्हें कार्यभार से मुक्त करने के नियम इस ट्रस्ट डीड में अन्यत्र वर्णित हैं |

ट्रस्टी कोई भी हो या मैनेजिंग ट्रस्टी अपनी इच्छा से पद मुक्त भी हो सकते हैं | इसके लिए उन्हें दो महीने का नोटिस देकर त्याग पत्र देना होगा |  यह दो महीने का नोटिस कार्यकाल समाप्त होते ही  उन्हें पद मुक्त माना जावेगा |

ट्रस्टी यों  द्वारा बना बोर्ड ट्रस्ट का प्रबंधन करेगा | ये सभी मिलकर एवं अलग अलग ट्रस्ट के उद्देश्यों के लिए कार्य करेंगे | ये ट्रस्ट के कार्यों व खर्चो पर निगरानी रखेंगे |

ट्रस्टी कार्य की सुविधा व कार्य के बंटवारे के लिए कार्यकारिणी समिति का गठन करेंगे | कार्यकरिणी समिति में विभिन्न ट्रस्टियों को विभिन्न पद एवं जिम्मेदारियां दी जा सकती है  | आवशयकता होने पर सभी ट्रस्टियों को कार्यकारिणी समिति में विभिन्न जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं |

यह भी देखें :-

  1. मुख्य पृष्ठ
  2. ट्रस्ट का नाम
  3. ट्रस्ट का  पता  / प्रधान कार्यालय
  4. ट्रस्ट की शाखाये
  5. ट्रस्ट का  कार्यक्षेत्र
  6. न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
  7. न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
  8. ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
  9. ट्रस्ट के ट्रस्टी
  10. ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
  11. न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
  12. ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
  13. न्यास की सभायें (Meetings)
  14. साधारण सदस्य
  15. न्यास के अन्य नियम
  16. न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
  17. न्यास की स्थापना – Initial works of trust
  18. अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
  19. न्यास का समापन (Dissolution)
  20. अंतिम हस्ताक्षर
  21. जनरल नॉलेज

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