न्यासी पद से मुक्त

 

न्यासी पद से मुक्त: कैसे होगा यह बताने वाला बिंदु

नमस्कार!

पिछले ब्लॉग पोस्ट में, हमने चैरिटेबल ट्रस्ट के घोषणापत्र में शामिल कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि नाम, उद्देश्य, कार्यक्षेत्र, निर्माता/संस्थापक/न्यासकर्ता, ट्रस्ट का स्वरूप, लाभार्थी, ट्रस्टियों की अधिकतम संख्या, और ट्रस्टियों की नियुक्ति की प्रक्रिया के बारे में जाना।

आज के इस ब्लॉग पोस्ट में, हम न्यासी पद से मुक्त होने के विभिन्न कारणों और प्रक्रिया के बारे में बात करेंगे।

घोषित करने वाला बिंदु:

न्यासी पद से मुक्त होने के कारण:

एक व्यक्ति निम्नलिखित कारणों से न्यासी पद से मुक्त हो जाएगा:

  • मृत्यु: यदि न्यासी का निधन हो जाता है।
  • दिवालियापन या नैतिक पतन: यदि न्यासी को न्यायालय द्वारा दिवालिया घोषित कर दिया जाता है या नैतिक पतन के अपराध में दोषी पाया जाता है।
  • अनुपस्थिति: यदि न्यासी लगातार होने वाली न्यासियों की तीन बैठकों में या दो कैलेण्डर वर्ष के लिए बिना छुट्टी का आवेदन दिए अनुपस्थित रहता है।
  • त्यागपत्र: यदि शेष न्यासियों के 3/4 या अधिक मत द्वारा उसे त्यागपत्र देने के लिए निवेदन किया जाता है।
  • अध्यक्ष द्वारा हटाना: यदि ट्रस्ट / न्यास के अध्यक्ष जी उसे त्यागपत्र देने के लिए कहते हैं और वह न्यासी त्यागपत्र देने से मना करता है तो उसे न्यासियों की अगली बैठक में हटा दिया जाएगा।
  • हितों का विरोध: यदि उसे न्यास के हितों और उद्देश्यों के विरुद्ध काम करते हुए पाया जाता है।

न्यासी पद से मुक्त करने की प्रक्रिया:

यदि किसी न्यासी को उपरोक्त में से किसी भी कारण से न्यासी पद से मुक्त किया जाना है, तो निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा:

  1. कारण बताओ नोटिस: न्यासी को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा जिसमें उसे न्यासी पद से मुक्त किए जाने के कारणों को स्पष्ट रूप से बताया जाएगा।
  2. सुनवाई: न्यासी को नोटिस में निर्दिष्ट तिथि और समय पर न्यासियों की बैठक में उपस्थित रहने और अपने कारणों को पेश करने का अवसर दिया जाएगा।
  3. मतदान: यदि न्यासी उपस्थित रहता है और अपना पक्ष रखता है, तो न्यासियों को बहुमत से (आमतौर पर 2/3 या 3/4) मतदान करके यह तय करना होगा कि क्या उसे न्यासी पद से मुक्त किया जाना चाहिए।
  4. निर्णय: यदि न्यासी अनुपस्थित रहता है या बहुमत से उसे न्यासी पद से मुक्त करने का निर्णय लिया जाता है, तो वह तुरंत न्यासी पद से मुक्त हो जाएगा।

ध्यान दें:

  • यह केवल एक उदाहरण है और आपको अपने विशिष्ट ट्रस्ट की आवश्यकताओं के अनुसार न्यासी पद से मुक्त होने के कारणों और प्रक्रिया को अनुकूलित करना होगा।
  • यह सुनिश्चित करें कि आप न्यासी पद से मुक्त करने से संबंधित किसी भी कानूनी आवश्यकता का अनुपालन करते हैं।

निष्कर्ष:

न्यासी पद से मुक्त होने के कारणों और प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से निर्धारित करना घोषणापत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

यह जानकारी यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि ट्रस्ट का संचालन पारदर्शी और जवाबदेह तरीके से किया जाता है।

अगले ब्लॉग पोस्ट में, हम चैरिटेबल ट्रस्ट की संपत्ति और उसकी प्रबंधन के बारे में जानेंगे।

यह भी देखें :-

  1. मुख्य पृष्ठ
  2. ट्रस्ट का नाम
  3. ट्रस्ट का  पता  / प्रधान कार्यालय
  4. ट्रस्ट की शाखाये
  5. ट्रस्ट का  कार्यक्षेत्र
  6. न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
  7. न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
  8. ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
  9. ट्रस्ट के ट्रस्टी
  10. ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
  11. न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
  12. ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
  13. न्यास की सभायें (Meetings)
  14. साधारण सदस्य
  15. न्यास के अन्य नियम
  16. न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
  17. न्यास की स्थापना – Initial works of trust
  18. अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
  19. न्यास का समापन (Dissolution)
  20. अंतिम हस्ताक्षर
  21. जनरल नॉलेज

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