अप्रतिहस्तांतरणीय | Irrevocable Clause in the Trust Deed in Hindi

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

ट्रस्ट एवं   ट्रस्ट की संपत्ति इररेवोकाबले ( अप्रतिहस्तांतरणीय ) रहेगी।  एक बार ट्रस्ट को दान किये जाने के बाद इस ट्रस्ट की संपत्ति पर ट्रस्ट के लेखक का अधिकार नहीं रहेगा।  ट्रस्ट के लेखक द्वारा इस ट्रस्ट की संपत्ति को स्वयं के उपयोग में नहीं लिया जा सकेगा।  ट्रस्ट की संपत्ति चैरिटेबल कार्यों के उपयोग के लिए होगी।  संपत्ति ट्रस्ट को ट्रांसफर होने के बाद वापिस नहीं होगी।  कोई भी व्यक्ति चाहे वो ट्रस्ट का लेखक हो या ट्रस्टी या ट्रस्ट का कर्मचारी या ट्रस्ट का दान दाता, एक बार जो भी धन / संपत्ति / रकम या अन्य किसी भी प्रकार का दान जो भी ट्रस्ट को दिया जावे ट्रस्ट की  अप्रतिहस्तांतरणीय संपत्ति होगा।  देने वाले का उस पर कोई अधिकार नहीं होगा।  किसी भी प्रकार से प्राप्त दान का उपयोग चैरिटेबल कार्यों के लिए ही किया जावेगा।  

 

यह भी देखें :-

  1. मुख्य पृष्ठ
  2. ट्रस्ट का नाम
  3. ट्रस्ट का  पता  / प्रधान कार्यालय
  4. ट्रस्ट की शाखाये
  5. ट्रस्ट का  कार्यक्षेत्र
  6. न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
  7. न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
  8. ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
  9. ट्रस्ट के ट्रस्टी
  10. ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
  11. न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
  12. ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
  13. न्यास की सभायें (Meetings)
  14. साधारण सदस्य
  15. न्यास के अन्य नियम
  16. न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
  17. न्यास की स्थापना – Initial works of trust
  18. अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
  19. न्यास का समापन (Dissolution)
  20. अंतिम हस्ताक्षर
  21. जनरल नॉलेज

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