Member, Rights and Duties of Member trustee
सदस्य के अधिकार एवं कर्त्तव्य
नमस्कार!
पिछले ब्लॉग पोस्ट में, हमने चैरिटेबल ट्रस्ट के घोषणापत्र में शामिल कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि नाम, उद्देश्य, कार्यक्षेत्र, निर्माता/संस्थापक/न्यासकर्ता, ट्रस्ट का स्वरूप, लाभार्थी, ट्रस्टियों की अधिकतम संख्या, न्यासी पद से मुक्त होने के कारण और प्रक्रिया, ट्रस्टियों का कार्यकाल, और न्यास के प्रबंधन (प्रबंध समिति का गठन और कार्य) के बारे में जाना।
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में, हम सदस्य के अधिकार एवं कर्त्तव्य के बारे में बात करेंगे।
घोषणापत्र में सदस्यता:
कई चैरिटेबल ट्रस्ट सदस्यों को स्वीकार करते हैं जो ट्रस्ट के कार्यों में भाग लेने और इसके उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं।
यदि आपका ट्रस्ट सदस्यों को स्वीकार करता है, तो घोषणापत्र में सदस्यता से संबंधित निम्नलिखित जानकारी शामिल होनी चाहिए:
- सदस्यता के प्रकार: विभिन्न प्रकार की सदस्यता (जैसे आजीवन सदस्यता, साधारण सदस्यता) और उनके संबंधित अधिकारों और कर्तव्यों को निर्दिष्ट करें।
- सदस्य बनने की प्रक्रिया: सदस्य बनने के लिए आवश्यक योग्यता और आवेदन प्रक्रिया को स्पष्ट करें।
- सदस्यता शुल्क: यदि कोई हो, तो सदस्यता शुल्क की राशि और भुगतान विधि निर्दिष्ट करें।
- सदस्यता रद्द करना: सदस्यता रद्द करने की प्रक्रिया को स्पष्ट करें।
सदस्य के अधिकार:
सदस्यों को आमतौर पर निम्नलिखित अधिकार होते हैं:
- ट्रस्ट की बैठकों में भाग लेना और मतदान करना: सदस्यों को ट्रस्ट की सामान्य बैठकों और विशेष बैठकों में भाग लेने और मतदान करने का अधिकार होता है।
- ट्रस्ट के कार्यों में भाग लेना: सदस्यों को ट्रस्ट के विभिन्न कार्यों और गतिविधियों में भाग लेने का अवसर दिया जाता है।
- ट्रस्ट के प्रबंधन के बारे में जानकारी प्राप्त करना: सदस्यों को ट्रस्ट के वित्तीय प्रदर्शन, कार्यक्रमों और गतिविधियों, और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अधिकार होता है।
- ट्रस्ट के प्रबंधन को सुझाव देना: सदस्य ट्रस्ट के प्रबंधन को सुझाव दे सकते हैं और सुधारों के लिए प्रस्तावित कर सकते हैं।
सदस्य के कर्त्तव्य:
सदस्यों को आमतौर पर निम्नलिखित कर्तव्यों का पालन करना होता है:
- ट्रस्ट के उद्देश्यों का समर्थन करना: सदस्यों को ट्रस्ट के उद्देश्यों का समर्थन करना चाहिए और उनकी प्राप्ति में योगदान देना चाहिए।
- ट्रस्ट के नियमों का पालन करना: सदस्यों को ट्रस्ट के नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए।
- ट्रस्ट की बैठकों में भाग लेना: सदस्यों को यथासंभव ट्रस्ट की बैठकों में भाग लेना चाहिए।
- सदस्यता शुल्क का भुगतान करना: यदि कोई हो, तो सदस्यों को समय पर सदस्यता शुल्क का भुगतान करना चाहिए।
- ट्रस्ट की संपत्ति की रक्षा करना: सदस्यों को ट्रस्ट की संपत्ति की रक्षा करनी चाहिए और इसका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
उदाहरण:
(घोषित करने वाला बिंदु)
जैसे कि – इस ट्रस्ट की दो प्रकार की सदस्यता होगी:
- आजीवन सदस्यता: आजीवन सदस्यता शुल्क ₹10,000 होगा। आजीवन सदस्यों को ट्रस्ट की सभी बैठकों में मतदान का अधिकार होगा और वे ट्रस्ट के किसी भी कार्यालय के लिए चुनाव लड़ने के पात्र होंगे।
- साधारण सदस्यता: साधारण सदस्यता शुल्क ₹1,000 प्रति वर्ष होगा। साधारण सदस्यों को ट्रस्ट की सामान्य बैठकों में भाग लेने और मतदान करने का अधिकार होगा।
यह भी देखें :-
- मुख्य पृष्ठ
- ट्रस्ट का नाम
- ट्रस्ट का पता / प्रधान कार्यालय
- ट्रस्ट की शाखाये
- ट्रस्ट का कार्यक्षेत्र
- न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
- न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
- ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
- ट्रस्ट के ट्रस्टी
- ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
- न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
- ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
- न्यास की सभायें (Meetings)
- साधारण सदस्य
- न्यास के अन्य नियम
- न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
- न्यास की स्थापना – Initial works of trust
- अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
- न्यास का समापन (Dissolution)
- अंतिम हस्ताक्षर
- जनरल नॉलेज