उपाध्यक्ष के अधिकार एवं कर्त्तव्य | Upadhyaksh ke adhikar evam kartavya

 

 

उपाध्यक्ष के अधिकार एवं कर्त्तव्य

नमस्कार!

पिछले ब्लॉग पोस्ट में, हमने चैरिटेबल ट्रस्ट के घोषणापत्र में शामिल कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि नाम, उद्देश्य, कार्यक्षेत्र, निर्माता/संस्थापक/न्यासकर्ता, ट्रस्ट का स्वरूप, लाभार्थी, ट्रस्टियों की अधिकतम संख्या, न्यासी पद से मुक्त होने के कारण और प्रक्रिया, ट्रस्टियों के कार्यकाल, और न्यास के प्रबंधन (प्रबंध समिति का गठन और कार्य) के बारे में जाना।

आज के इस ब्लॉग पोस्ट में, हम उपाध्यक्ष के अधिकार एवं कर्त्तव्यों के बारे में बात करेंगे।

घोषणापत्र में उपाध्यक्ष:

कई चैरिटेबल ट्रस्ट में उपाध्यक्ष का पद होता है।

यह पद अध्यक्ष के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद होता है और उपाध्यक्ष अध्यक्ष की अनुपस्थिति में या जब अध्यक्ष सक्षम नहीं होता है, तो ट्रस्ट का नेतृत्व करता है।

घोषणापत्र में निम्नलिखित जानकारी शामिल होनी चाहिए:

  • उपाध्यक्ष का चुनाव: उपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया और कार्यकाल निर्दिष्ट करें।
  • उपाध्यक्ष के अधिकार: उपाध्यक्ष द्वारा किए जा सकने वाले कार्यों और निर्णय लेने की प्रक्रिया को स्पष्ट करें।
  • उपाध्यक्ष के कर्तव्य: उपाध्यक्ष द्वारा निभाई जाने वाली जिम्मेदारियों को निर्दिष्ट करें।
  • अध्यक्ष के अनुपस्थिति में: उपाध्यक्ष की भूमिका और जिम्मेदारियों को स्पष्ट करें जब अध्यक्ष अनुपस्थित हो या सक्षम नहीं हो।

उदाहरण:

(घोषित करने वाला बिंदु)

जैसे कि – इस ट्रस्ट का उपाध्यक्ष ट्रस्टी मंडल द्वारा तीन वर्ष की अवधि के लिए चुना जाएगा।

उपाध्यक्ष अध्यक्ष की अनुपस्थिति में या जब अध्यक्ष सक्षम नहीं होता है, तो ट्रस्ट की बैठकों की अध्यक्षता करेगा और ट्रस्ट के दैनिक कार्यों का प्रबंधन करेगा।

उपाध्यक्ष के पास ट्रस्ट की संपत्ति का प्रबंधन करने और निवेश करने का भी अधिकार होगा।

ध्यान दें:

  • यह केवल एक उदाहरण है और आपको अपने विशिष्ट ट्रस्ट की आवश्यकताओं के अनुसार उपाध्यक्ष से संबंधित जानकारी को अनुकूलित करना होगा।
  • यह सुनिश्चित करें कि आप उपाध्यक्ष से संबंधित किसी भी कानूनी आवश्यकता का अनुपालन करते हैं।

निष्कर्ष:

उपाध्यक्ष चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रभावी संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

यह पद अध्यक्ष की अनुपस्थिति में या जब अध्यक्ष सक्षम नहीं होता है, तो ट्रस्ट का नेतृत्व प्रदान करता है।

अगले ब्लॉग पोस्ट में, हम चैरिटेबल ट्रस्ट की बैठकों की आवृत्ति और संचालन के बारे में जानेंगे।

 

यह भी देखें :-

  1. मुख्य पृष्ठ
  2. ट्रस्ट का नाम
  3. ट्रस्ट का  पता  / प्रधान कार्यालय
  4. ट्रस्ट की शाखाये
  5. ट्रस्ट का  कार्यक्षेत्र
  6. न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
  7. न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
  8. ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
  9. ट्रस्ट के ट्रस्टी
  10. ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
  11. न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
  12. ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
  13. न्यास की सभायें (Meetings)
  14. साधारण सदस्य
  15. न्यास के अन्य नियम
  16. न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
  17. न्यास की स्थापना – Initial works of trust
  18. अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
  19. न्यास का समापन (Dissolution)
  20. अंतिम हस्ताक्षर
  21. जनरल नॉलेज

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