ट्रस्ट के लाभार्थी | Beneficiary clause in the Deed of a Public Charitable Trust

 

 

 

ट्रस्ट के लाभार्थी: (घोषित करने वाला बिंदु)

नमस्कार!

पिछले ब्लॉग पोस्ट में, हमने चैरिटेबल ट्रस्ट के घोषणापत्र में शामिल कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि नाम, उद्देश्य, कार्यक्षेत्र, निर्माता/संस्थापक/न्यासकर्ता, ट्रस्ट का स्वरूप, आदि के बारे में जाना।

आज के इस ब्लॉग पोस्ट में, हम ट्रस्ट के लाभार्थियों के बारे में बात करेंगे।

ट्रस्ट के लाभार्थी वे व्यक्ति या समूह होते हैं जो ट्रस्ट की गतिविधियों और कार्यक्रमों से लाभान्वित होंगे।

घोषणापत्र में लाभार्थियों की स्पष्ट रूप से पहचान करना और उनकी पात्रता के लिए मानदंड निर्धारित करना महत्वपूर्ण है।

ट्रस्ट के लाभार्थियों के कुछ सामान्य प्रकारों में शामिल हैं:

  • गरीब और जरूरतमंद लोग: ये वे लोग हैं जो अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ हैं, जैसे कि भोजन, आश्रय, वस्त्र, और चिकित्सा देखभाल।
  • विकलांग व्यक्ति: ये वे लोग हैं जिनकी शारीरिक या मानसिक क्षमताओं में कुछ कमी है, जिसके कारण उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से नुकसान होता है।
  • अनाथ और विधवाएं: ये वे महिलाएं हैं जिन्होंने अपने पति को खो दिया है और उनके पास अपने और अपने बच्चों का समर्थन करने का कोई साधन नहीं है।
  • बुजुर्ग नागरिक: ये वे लोग हैं जो 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं और स्वतंत्र रूप से रहने में असमर्थ हो सकते हैं।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच की कमी वाले लोग: ये वे लोग हैं जिन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में कठिनाई होती है।

यहां ट्रस्ट के लाभार्थियों का एक उदाहरण दिया गया है:

(घोषित करने वाला बिंदु)

जैसे कि – सभी धर्मो और जातियों के लोगों की बिना किसी भेदभाव के सेवा करने के लिए इस न्यास / ट्रस्ट का निर्माण किया गया है। यह ट्रस्ट मानव जाति के अतिरिक्त अन्य प्राणियों व वनस्पतियो की भी समय समय पर सेवा करेगी।

यह घोषणा दर्शाती है कि:

  • यह ट्रस्ट सभी धर्मों और जातियों के लोगों की सेवा करेगा।
  • यह गरीब, जरूरतमंद, विकलांग, अनाथ, विधवाओं, बुजुर्ग नागरिकों, और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच की कमी वाले लोगों सहित विभिन्न प्रकार के लोगों को लाभान्वित करेगा।
  • ट्रस्ट जानवरों और पौधों की भी सेवा करेगा।

ध्यान दें: यह केवल एक उदाहरण है और आपको अपने विशिष्ट ट्रस्ट की आवश्यकताओं के अनुसार लाभार्थियों की पहचान करनी होगी।

यह भी सलाह दी जाती है कि आप कानूनी सलाह लें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपका घोषणापत्र सभी कानूनी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।

निष्कर्ष:

ट्रस्ट के लाभार्थियों का स्पष्ट और सटीक विवरण घोषणापत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

यह जानकारी यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि ट्रस्ट के संसाधनों का उपयोग उन लोगों के लिए किया जाता है जिनकी वास्तव में आवश्यकता है।

अगले ब्लॉग पोस्ट में, हम चैरिटेबल ट्रस्ट के न्यासीगणों की नियुक्ति और उनके कार्यकाल के बारे में जानेंगे।

यह भी देखें :-

  1. मुख्य पृष्ठ
  2. ट्रस्ट का नाम
  3. ट्रस्ट का  पता  / प्रधान कार्यालय
  4. ट्रस्ट की शाखाये
  5. ट्रस्ट का  कार्यक्षेत्र
  6. न्यास / ट्रस्ट के निर्माता / संस्थापक / न्यासकर्ता
  7. न्यास / ट्रस्ट का स्वरुप
  8. ट्रस्ट के लाभार्थी (Beneficiary)
  9. ट्रस्ट के ट्रस्टी
  10. ट्रस्ट के उद्देश्य – objectives
  11. न्यास का प्रबंध / प्रबंध कारिणी समिति / मैनेजमेंट कमिटी management committee
  12. ट्रस्ट का वित्तीय प्रबंधन
  13. न्यास की सभायें (Meetings)
  14. साधारण सदस्य
  15. न्यास के अन्य नियम
  16. न्यास के विधान, में संशोधन, परिवर्धन एवं परविर्तन – Amendments, additions and deletion in the trust deed
  17. न्यास की स्थापना – Initial works of trust
  18. अप्रतिहस्तांतरणीय – Irrevocable clause
  19. न्यास का समापन (Dissolution)
  20. अंतिम हस्ताक्षर
  21. जनरल नॉलेज

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